मनुष्य को दो श्रेणियों में विभाजित किया जा सकता है- एक तो वे जो कुछ न होने…
मनुष्य को दो श्रेणियों में विभाजित किया जा सकता है- एक तो वे जो कुछ न होने…
यदि हमारा विचार है कि जिस दशा में हम हैं, उससे भी कहीं उत्तम दशा में होते,…
सफल व्यक्ति कार्य को क्रियात्मक रूप से कर देने में विश्वास करते हैं। उनके आन्तरिक जीवन तथा…
मनुष्य का जीवन रिरियाने, रेंगने और रोने-कलपने के लिए नहीं, बल्कि आगे बढक़र भविष्य की ओर पैर…
संकल्प स्वयं में पूर्ण होता है। संकल्प का अर्थ है- वह मनोदशा जिसका कोई विकल्प न हो।…
किसी भी व्यक्ति के पूर्वजन्म में किए गए कर्म, उसके वर्तमान जन्म के माता-पिता, परिवार के सदस्य,…
विचारशीलों का यह कहना है, कि बीते हुए से प्यार करने की तो छूट सभी को है,…
एक बार महर्षि नारद ज्ञान का प्रचार करते हुए किसी सघन बन में जा पहुँचे। वहाँ उन्होंने…
आज इसी प्रकार की क्षुद्र मनोवृत्तियों क साम्राज्य है। कुढ़न और ईर्ष्या की आग में झुलसते रहने…