साक्षात्कार सम्पन्न पुरुष न तो दूसरों को दोष लगाता है और न अपने को अधिक शक्तिमान वस्तुओं…
साक्षात्कार सम्पन्न पुरुष न तो दूसरों को दोष लगाता है और न अपने को अधिक शक्तिमान वस्तुओं…
उठो! जागो! रुको मत!!! जब तक की लक्ष्य प्राप्त न हो जाए। कोई दूसरा हमारे प्रति बुराई…
उपवास का तत्वज्ञान आहार शुद्धि से सम्बन्धित है, “जैसा खाये अन्न वैसा बने मन” वाली बात आध्यात्मिक…
यदि तुम शांति, सामर्थ्य और शक्ति चाहते हो तो अपनी अंतरात्मा का सहारा पकड़ो। तुम सारे संसार…
हम जिस भारतीय संस्कृति, भारतीय विचारधारा का प्रचार करना चाहते हैं, उससे आपके समस्त कष्टों का निवारण…
जो लोग आध्यात्मिक चिंतन से विमुख होकर केवल लोकोपकारी कार्य में लगे रहते हैं, वे अपनी ही…
भारत में बच्चों की सुरक्षा पर खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। उनके खिलाफ अपराध में तेजी…
मुस्कान में खरच नहीं करना पड़ता, पर वह पैदा बहुत करती है। इसे देने वाले दरिद्र नहीं…
भारत की पुण्यभूमि पर निर्गुण-निराकार ब्रह्म समय- समय पर सगुण-साकार रूप में प्रकट होते रहे हैं। भारत…
शरीर को जीवित रखने के लिए अन्न, जल और वायु की अनिवार्य आवश्यकता है। आत्मा को सजीव…