परिवार का अर्थ है—परिकर, समूह, समुदाय। उसे इतनी संकीर्ण सीमा में आबद्ध नहीं करना चाहिये कि उस…
परिवार का अर्थ है—परिकर, समूह, समुदाय। उसे इतनी संकीर्ण सीमा में आबद्ध नहीं करना चाहिये कि उस…
पिछले पृष्ठों पर बताया जा चुका है कि परमार्थ और स्वार्थ, पुण्य और पाप, धर्म, अधर्म यह…
मनुष्य जीवन इस सृष्टि की सबसे श्रेष्ठ रचना है। लगता है भगवान ने अपनी सारी कारीगरी को…
Chanakya was born in Magadh during Gupta period of history. He was very studious and respected his…
गुप्तकाल में मगध में जन्मे चाणक्य बड़े मातृभक्त और पढ़ाई-लिखाई में लगे रहते थे। एक दिन उनकी…
A passenger was tired after a long journey and was quietly standing near a hillock. Three boys,…
एक बार एक व्यक्ति चलते-चलते थक गया था। वह थका हुआ व्यक्ति पहाड़ी के नीचे चुपचाप खड़ा…
Ishwar Chandra Vidya Sagar was just a youth. Since childhood, he had the habit to spend whatever…
ईश्वरचंद्र विद्यासागर तब एक किशोर ही थे। उदारतापूर्वक जो अपने पास था उसे दूसरों को बाँटते रहने…
A farmer Jalaram lived in village Veerpur (Gujrat). Whatever was produced in his fields was used to…